Tuesday, July 19, 2011

अंतर का संघर्ष

कुछ नया करें, नया सोचें, नया बोलें, कुछ नया होगा तो उस पर चिंतन होगा, मेधा तीव्र होगी. धारा के साथ बहने में कोई शक्ति नहीं लगती धारा के विपरीत बहने में ही संघर्ष है. आदर्शों को यदि जीवन में अपनाना है तो संघर्षो का सामना करना ही होगा. जो बाधाओं को सीढियाँ बना कर ऊपर चढ़ जाता है उसके अंतर में आह्लाद उत्पन्न होता है जो अंतर को सिंचित करता है. जीवन में कोई भी व्रत हो और उसका पालन करने की दृढ़ता हो तभी दीक्षा का जन्म होता है जिससे क्षमता बढ़ती है, क्षमता से श्रद्धा और श्रद्धा से अंतिम सत्य की प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त होता है. उसके बिना जो भी हम करते हैं वह बस तैयारी है. 

1 comment:

  1. आदर्शों को यदि जीवन में अपनाना है तो संघर्षो का सामना करना ही होगा,

    सत्य वचन,
    साभार,
    विवेक जैन vivj2000.blogspot.com

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